नई दिल्ली : तनाव और अवसाद से घिरा व्यक्ति क्षण भर में अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला ले लेता है. इसमें आम और ख़ास में कोई भेद नहीं होता. ऐसा ही एक मामला बिहार का सामने आया है. जहाँ बक्सर के डीएम मुकेश पांडेय ने गुरुवार को गाजियाबाद में ख़ुदकुशी कर ली. उनका शव गाजियाबाद स्टेशन से 200 मीटर आगे यार्ड में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला.
उल्लेखनीय है कि डीएम मुकेश पांडेय ख़ुदकुशी करने का मन पहले से ही बना चुके थे. इसीलिए पहले वे दिल्ली के जनकपुरी स्थित एक मॉल की 10वीं मंजिल पर आत्महत्या करने के लिए पहुंचे थे. इसका खुलासा आत्महत्या के पहले डीएम ने एक परिचित को वाट्सएप पर भेजी जानकारी से हुआ. इसके बाद उस व्यक्ति ने इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को दी. पुलिस जब तक मुकेश पांडे को पकड़ पाती, उन्होंने गाजियाबाद पहुंचकर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. डीएम पांडेय की लाश गाजियाबाद स्टेशन से 200 मीटर आगे यार्ड में रेलवे ट्रैक पर मिली. उनकी जेब से पर्स और सुसाइड नोट मिला.घटना के बाद देर रात मुकेश पांडेय की पत्नी व ससुर भी मौके पर पहुंच गए.
हालाँकि सुसाइड नोट में डीएम पण्डे ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. लेकिन कहा जा रहा है कि गुरुवार की सुबह मामा की तबीयत खराब होने की बात कहकर वह दिल्ली आए थे. यहां वह दिल्ली के एक होटल में रुके थे. वहां उनकी किसी बात को लेकर पत्नी व ससुर से कहासुनी हो गई थी. पुलिस मामले की जाँच कर रही है. बता दें कि मुकेश मूल रूप से बिहार के सारण (छपरा) के रहने वाले थे. 2011 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में उन्होंने देशभर में 14 वां स्थान पाया था. 2012 बैच के आई एएस अधिकारी मुकेश पहली बार बक्सर के डीएम बने थे.
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