कांग्रेस कल यानि 28 दिसंबर को अपने स्थापना दिवस पर देश भर में फ्लैग मार्च निकल रही है। कांग्रेस पार्टी इस फ्लैग मार्च के जरिए अपने 'संविधान बचाओ-भारत बचाओ' संदेश को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करेगी। फ्लैग मार्च निकालने का निर्णय नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरुद्ध देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध के बीच आया हुआ है, जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है। कांग्रेस के महासचिव, संगठन के सी वेणुगोपाल ने बताया गया है कि पार्टी 28 दिसंबर(शनिवार) को सुबह 9:30 बजे एआईसीसी मुख्यालय में अपना झंडा फहराकर स्थापना दिवस मनाएगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि संबंधित राज्य की राजधानियों में प्रथागत ध्वज फहराने के अलावा, प्रदेश कांग्रेस समितियों के अध्यक्ष संविधान बचाओ-भारत बचाओ का संदेश लेकर फ्लैग मार्च करेंगे। वेणुगोपाल ने बताया कि वे इस उद्देश्य के लिए आयोजित सार्वजनिक बैठकों में अपनी संबंधित भाषाओं में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ेंगे। बता दें, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ गुवाहाटी में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।एनआरसी/सीएए के मुद्दे पर हंगामे पर टिप्पणी करते हुए, वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चरित्रहीनता में लिप्त होने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार अब राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लागू करने का प्रयास कर रही है।
इसके साथ उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा अंधाधुंध हमला किया गया था और कई स्थानों पर पुलिस की गोलीबारी के कारण मौतों के मामले थे।उन्होंने कहा कि सीएए ने भारत के संविधान के उल्लंघन में अनुच्छेद 14 की गारंटी को समाप्त करने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने इन मुद्दों पर प्रधान मंत्री और गृह मंत्री के साथ अलग-अलग मौकों पर विरोधाभासी बयान देने के लिए खुद को बाध्य किया है। वही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर उस अवसर पर उठेगी जब भारत के संविधान के सामने चुनौती होगी और ऐतिहासिक बेरोजगारी और आर्थिक मंदी के दौर के बीच देश को उसकी प्रगति के रास्ते से पटरी से उतारने का कोई भी प्रयास हो सकता है।
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