15 दिसंबर से लगातार शाहीन बाग में प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का जमकर विरोध कर रहे है. इस प्रदर्शन से आम जनता काफी परेशान हुई है.इस बीच शाहीन बाग में कालिंदी कुंज के बीच की सड़क को प्रदर्शनकारियों से खाली कराने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. याचिकाकर्ता अमित साहनी ने सुप्रीम कोर्ट से मामले पर जल्द सुनवाई की मांग की है. वहीं, मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबडे ने याचिकाकर्ता से मेंशनिंग ऑफिसर के पास जाने के लिए कहा है.
जामिया हिंसा: पुलिस हिरासत में आरोपी फुरकान, पूछताछ कर रही क्राइम ब्रांच
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15 अगस्त से दक्षिण दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में बड़ी संख्या में लोग रोड जामकर CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां रोजाना हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी NRC-CAA के विरोध में डटे हैं. जब से ये प्रदर्शन कर रहे हैं, तभी से थुरा रोड और कालिंदी कुंज के बीच रोड 13 A बंद है. इसके चलते दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली जाने-आने वालों को खासी दिक्कत पेश आ रही है. स्थिति यह है कि जहां 15 मिनट का सफर तय किया जा सकता है वहां पर 2 घंटे अतिरिक्त समय लग रहा है.
CM नीतीश ने पवन वर्मा को दिया दो टूक जवाब, कहा-उनके पत्र को नहीं देते कोई तवज्जो...
कुछ प्रदर्शकारियों ने 21 जनवरी को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर दावा किया था कि स्कूल बसों के लिए रास्ता खोल दिया गया है, जिससे स्कूली बच्चों को दिक्कत नहीं हो. फिर यह भी कहा गया है कि सिर्फ स्कूली बसों को रास्ता दिया जाएगा, लेकिन प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं, प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने की सूरत में ही विरोध खत्म होगा. बता दें कि पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग इलाके के समाजसेवियों के साथ धर्मगुरुओं से मुलाकात कर रास्ता खोलने की गुजारिश की थी, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी बात पर अड़े हैं.
अब बढ़ेगी भारतीय किसानों की आमदनी, भारत से गेंहू-चावल खरीदेगा ब्राज़ील
कपिल मिश्रा को EC ने भेजा नोटिस, दिल्ली चुनाव को बताया था भारत-पाक का मुकाबला
अब आधार कार्ड से लिंक होगा वोटर ID ! तैयारियों में जुटा चुनाव आयोग