नई दिल्ली : राष्ट्रीय पोषण सप्ताह हर वर्ष 1 सितंबर से 7 सितंबर तक मनाया जाता है. इस दिन लोगों को उनके स्वास्थ्य और भलाई के लिए जागरूक किया जाता है. इस दिन लोगों को अपने खाने की थाली और संतुलित आहार को लेकर बताया जाता है. स्वास्थ्य और कल्याण का केन्द्रीय बिन्दु पोषण है.
मेरठ-दिल्ली रोड पर दर्दनाक हादसा, 4 की मौत, कई लोगों को कुचला
ज्ञात हो कि स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन को भारत में आगे बढ़ाने के लिए लिये वर्ष 1982 में पहली बार केन्द्रीय सरकार द्वारा इस अभियान को शुरू किया गया था. क्योंकि भारत में राष्ट्रीय विकास के लिये मुख्य रुकावट के रुप में कुपोषण है. पोषण आपको काम करने के लिए दैनिक शक्ति और उर्जा देता हैं और तन्दुरुस्त और अच्छा महसूस करने में भी सहायता प्रदान करता हैं. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पोषण का संबंध शरीर की आवश्यकतानुसार आहार के सेवन को माना जाता है.
इस एक्टर के बेटे ने पूरा किया फिटनेस चैलेंज , अब बारी है तैमूर की
मनुष्य को अपने अच्छे स्वास्थ के लिए मीट, मछली, बादाम, भरपूर अनाज, फल, हरी सब्जी, चिकनाई रहित दूध या दूध के उत्पाद अदि का सेवन करना चाहिए. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का लक्ष्य एक स्वस्थ राष्ट्र बनाने का है. समाज को पोषण के बारे में जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा समय से शिक्षा, सेमिनार, विभिन्न प्रतियोगिताएँ, रोड शो आदि चलाए जाते है.
ख़बरें और भी...
धर्म पर सियासत: भाजपा के राम के बाद अब अखिलेश ने अपनाए कृष्ण
ट्रेन में चूहे के काटने पर रेलवे को देना होगा 25000 का मुआवजा सहित चिकित्सा खर्च