सरकार के प्रयासों के बाद भी देशभर में प्याज के दामों में बढ़ोतरी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. अलग-अलग राज्यों में 100 रुपये किलो तक पहुंचे प्याज के दाम अब 150 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. अब आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में प्याज 150 रुपये किलो तक मिल रही है. वहीं अगर तमिलनाडु की बात करें तो यहां पर प्याज के दाम 150 के पार पहुंच चुके हैं.
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बुधवार को बढ़ते प्याज के दाम पर संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विवादित बयान दिया था कि वह प्याज नहीं खाती हैं. ऐसे में उनके इस बयान पर राजनीति तेज हो गई है. इस पर पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर वह प्याज नहीं खाती तो क्या वह एवोकाडो खाती हैं. बता दें कि एवोकाडो एक फल है.
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कोमाला नामक एक स्थानीय ने मीडिया को बताया कि शहर में प्याज की दरें उच्च बनी हुई हैं. उच्च वर्ग के लोग इसे खरीद सकते हैं, लेकिन गरीब लोग नहीं खरीद सकते हैं. सरकार को दरों में सब्सिडी देनी चाहिए, ताकि हर वर्ग के लोग प्याज खरीद सकें. उन्होंने कहा कि प्याज के लिए बाजारों में उच्चतम दर 15,000 रुपये प्रति 100 किलोग्राम प्याज और सबसे कम 6,000 रुपये है
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इस परिस्थिति को लेकर शहर के एक प्याज व्यापारी ने कहा कि सरकार को आगे आना चाहिए और दरों को कम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो व्यापारी पांच बैग खरीदते थे वे अब केवल एक खरीदते हैं और जो लोग पाँच किलोग्राम प्याज खरीदते हैं वे अब केवल आधा किलोग्राम खरीद रहे हैं. गरीब लोग इन दरों पर प्याज कैसे खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली प्याज को 150 रुपये किलो में बेचा जा रहा है और 60 रुपये में क्षतिग्रस्त प्याज बेची जा रही है. गौरतलब है कि बढ़ती कीमतों के बीच राज्य द्वारा संचालित ट्रेडिंग फर्म MMTC ने तुर्की से 4,000 टन का एक और प्याज आयात आदेश रखा है. जनवरी तक शिपमेंट पहुंचने की उम्मीद है.
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