बुधवार को नए कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल के बैठक में भी ‘सोशल डिस्टेंसिग’ की नीति अपनाई गई यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 7 लोक कल्याण मार्ग पर की गई. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, जब भी संक्रमित शख्स कोई खांसता या छींकता है तब उस दौरान नाक या मुंह से निकले ड्रॉप ही संक्रमण फैला सकता है. इसलिए 'सोशल डिस्टेंसिंग' आवश्यक है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब बताया गया है. इसके अनुसार, अलग रहना, भीड़ से और सामूहिक समारोहों से बचना और लगभग 2 मीटर की दूरी बनाए रखना ही सोशल डिस्टेंसिंग है.
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वायरस से बचाव के समय लॉकडाउन के दौरान आवश्यक जरूरतों के लिए दुकानें खुली रहेंगी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए जा रहें हैं. लोगों में जागरुकता दिख रही है. दुकानों में भीड़ नहीं है लोग इंतजार में खड़े दिखाई दे रहे हैं. कई दुकानों के बाहर ग्राहकों के लिए गोल गोल सफेद घेरा बना दिया है जिसमें वे खड़े हो अपनी बारी का इंतजार करते हैं.
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