बुधवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने कहा कि दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति स्थापित करने के लिए अगर जरूरी हो तो सेना तैनात की जानी चाहिए. हालात सामान्य हो जाने के बाद इसकी जिम्मेदारी तय करने के लिए न्यायिक जांच भी कराई जानी चाहिए.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दिल्ली से राज्यसभा सदस्य रहे कर्ण सिंह ने कहा, 'दिल्ली में आधी सदी से ज्यादा समय तक रहने और संसद में उसका प्रतिनिधित्व करने के बाद में मुझे राजधानी में हुई इस सांप्रदायिक हिंसा से अविश्वसनीय रूप से हैरानी हुई है.
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अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि इस हिंसा में हुई जान-माल की हानि वर्षो तक हमारी राजधानी पर धब्बा रहेगी. 88 वर्षीय कांग्रेस नेता ने सभी समुदायों से अपील की कि वे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और हिंसा के शिकंजे में न फंसे जिससे और ज्यादा जनहानि व नुकसान होगा. कर्ण सिंह ने मांग की कि हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ-साथ उन लोगों को भी उचित मुआवजा दिया जाए जिनकी संपत्ति को नुकसान हुआ है.
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