अमृतसर: पंजाब कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सर्वोच्च न्यायालय से बड़ा झटका लगा है. उन्होंने सरेंडर से राहत की याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की थी, जिसकी सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी नहीं दी है. बता दें कि सिद्धू को आज पटियाला कोर्ट में आत्मसमर्पण करना था, मगर अब उन्होंने स्वास्थ्य दिक्कतों का हवाला देते हुए इसके लिए वक़्त मांगा था. वहीं, सिद्धू की क्यूरेटिव पिटीशन पर सुनवाई करते हुए बेंच की ओर से कहा गया है कि इसको चीफ जस्टिस (CJI) के समक्ष रखा जाए.
चीफ जस्टिस (CJI) एनवी रमन्ना के पास सिद्धू के वकील ने इस मुद्दे पर तत्काल सुनवाई की मांग की. मगर CJI ने इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि वह रजिस्ट्री के पास जाकर पहले याचिका दें. शीर्ष अदालत द्वारा तत्काल सुनवाई से इनकार के बाद अब सिद्धू के वकील कोर्ट रजिस्ट्री जा रहे हैं और 2 बजे सुनवाई की अपील करेंगे. दरअसल, सर्वोच्च न्यायालय ने 1988 के रोड रेज मामले में सिद्धू को गुरुवार को 1 साल जेल की सजा सुनाई है. इसके लिए उनको आज सरेंडर करना था, मगर ऐसा नहीं हुआ है. मीडिया से बात करते हुए सिद्धू के दोस्त मनसिमरत सिंह ने कहा कि सिद्धू के लीवर में समस्या है.
न्यायमूर्ति खानविलकर की पीठ के सामने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह पुराना केस है और स्वास्थ्य को लेकर समस्याएं हैं. इसलिए कुछ हफ्तों का समय चाहिए होगा. हालांकि, सिंघवी ने यह नहीं बताया कि सिद्धू को स्वास्थ्य की क्या समस्याएं हैं. दूसरी तरफ पीड़त के वकील ने सिद्धू की याचिका का विरोध किया है और कहा है कि मामला पुराना है और अब जाकर इंसाफ मिला है.
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