आप सभी को बता दें कि शारदीय नवरात्रि इस वर्ष 29 सितंबर दिन रविवार से शुरू होने को है. ऐसे में इस बार शारदीय नवरात्रि 9 दिन की है और इनमे पहले दिन यानी 29 सितंबर को विधि विधान से घट या कलश स्थापना होगी. वहीं इन 9 दिनों में माता के 9 स्वरुपों की पूजा-अर्चना करते हैं और इस बार दशहरा या विजयादशमी 08 अक्टूबर को है. ऐसे में आज हम बताने जा रहे हैं पूजी जाने वाली देवियों के मंत्र जो आपको हर दिन के हिसाब से जपने चाहिए.
(1) माता शैलपुत्री : कहा जाता है धन-धान्य-ऐश्वर्य, सौभाग्य-आरोग्य तथा मोक्ष देने वाली माता इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है- 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम:.'
(2) माता ब्रह्मचारिणी : संयम, तप, वैराग्य तथा विजय प्राप्ति की दायिका इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नम:.'
(3) माता चन्द्रघंटा : कष्टों से मुक्ति तथा मोक्ष प्राप्ति देने वाली माँ इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चन्द्रघंटायै नम:.'
(4) माता कूष्मांडा : रोग, दोष, शोक की निवृत्ति तथा यश, बल व आयु की दात्री इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कूष्मांडायै नम:.'
(5) माता स्कंदमाता : सुख-शांति व मोक्ष की दायिनी इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कंदमातायै नम:.'
(6) माता कात्यायनी : भय, रोग, शोक-संतापों से मुक्ति तथा मोक्ष की दात्री इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - ''ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कात्यायनायै नम:.'
(7) माता कालरात्रि : शत्रुओं का नाश, कृत्या बाधा दूर कर साधक को सुख-शांति प्रदान कर मोक्ष दायिनी इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नम:.'
(8) माता महागौरी : असंभव से असंभव कार्य पूरे करने वाली देवी इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:.'
(9) माता सिद्धिदात्री : सभी सिद्धियां प्रदान करने वाली देवी इन्हे माना गया है और इनका मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्र्यै नम:.'
नवरात्रि में दिख जाए यह चीज़ें तो समझ जाइए आपके साथ हैं मातारानी