मुंबई: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अरेस्ट किए गए महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) बुखार तथा दस्त की शिकायत पर एक सरकारी जेजे हॉस्पिटल में एडमिट होने के बाद "गंभीर" हालत में हैं। यह खबर उनके अधिवक्ता ने मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट को दी। हॉस्पिटल ने कहा कि मंत्री गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में निगरानी में हैं तथा उनकी स्थिति स्थिर है।
बीते सप्ताह, यहां आर्थर रोड जेल में बंद 62 वर्ष के नवाब मलिक ने सांसदों तथा विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों की सुनवाई के लिए स्थापित स्पेशल कोर्ट से चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत मांगी थी। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अंतरिम जमानत याचिका का विरोध करते हुए इसे मलिक द्वारा "कानून के शिकंजे से भागने" की कोशिश बताई।
वही जब मामला सोमवार को सुनवाई के लिए आया, तो मलिक के अधिवक्ता कुशल मोर ने कोर्ट को बताया कि जब NCP नेता के परिवार के सदस्य उन्हें घर का खाना देने गए, तो उन्हें कहा गया कि उन्हें सरकारी जेजे हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिया गया है। मोर ने कोर्ट को बताया कि मलिक, जिन्हें दो माह से ज्यादा वक़्त पहले गिरफ्तार किया गया था, बीते 3 दिनों से बीमार हैं तथा उनकी स्थिति बिगड़ गई है और वह "गंभीर" हैं। सर जेजे हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक संजय सुरसे ने कहा कि मलिक को प्रातः 10 बजे हॉस्पिटल लाया गया था। सुरसे ने कहा, "उन्होंने पेट खराब होने की शिकायत की तथा उनका रक्तचाप स्थिर नहीं था। उन्हें ICU में रखा गया है तथा उनकी स्थिति स्थिर है।"
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