आप सभी इस बात से वाकिफ ही होंगे कि आज भी कई लोग नए कपड़े पहनने से पहले कई नियम-कानून मानते हैं. ऐसे में नए कपड़ों पर सबसे पहले गंगाजल के छींटे मार लिए जाते हैं और उन्हें सूर्य को नमस्कार करने के बाद पहना जाता है. वहीं इन सभी को भारतीय परंपराओं में शामिल किया जाता है और यह आज भी लोगों को अपनानी चाहिए. वैसे नए कपड़े पहनने के लिए पीछे केवल ज्योतिष ही नहीं वैज्ञानिक कारण भी शामिल होता है जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
जी दरअसल, नए कपड़े या परिधान को हमेशा धोकर ही पहनना चाहिए और गंगा जल को पवित्र जल माना गया है, इसीलिए हर धार्मिक कार्यों या मृत्यु आदि के समय, इसे छिड़कने या फिर प्रयोग करने की सलाह दी जाती रही है. वहीं नए कपड़ों को हमेशा धोकर ही पहनना चाहिए क्योंकि कपड़ों के धागों में कई प्रकार के रंग, रसायन आदि का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण आपको स्कीन की बीमारी, खारिश या रिएक्शन जैसी समस्याओं का खतरा होता है. इसी के साथ ज्योतिष के अनुसार नए कपड़े पहनने का दिन और नक्षत्र दोनों ही बातों को जान लेना चाहिए.
इसमें किस राशि वाले को किस दिन और किस रंग का कपड़ा पहनना चाहिए या आपका लक्की रंग कौन-सा है, अशुभ कौन-सा है इन सभी के बारे में एक बार ज्योतिष से राय जरूर लेनी चाहिए वरना नुकसान हो जाता है. कहते हैं हिंदी तिथि में 4, 9,14, को नए कपड़े पहनना बहुत अशुभ होता है और अश्विनी, रोहिणी व पुष्य रेवती आदि नक्षत्रों में नए कपड़े पहनना लाभकारक होता है.
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