महाराष्ट्र: धनंजय मुंडे इन दिनों चर्चाओं में है। आप जानते ही होंगे उन पर दुष्कर्म के आरोप लगे हुए हैं। ऐसे में एनसीपी की कोर कमिटी की बैठक में उन्हें लेकर एक अहम फैसला लिया गया है। जी दरअसल इस बैठक में यह तय हो चुका है कि जब तक पुलिस की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक धनंजय मुंडे से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा।
बीते दिनों ही सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे पर लगे दुष्कर्म के आरोप पर बात करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि, 'धनंजय मुंडे पर लगे आरोप गंभीर हैं और जल्दी ही पार्टी उन पर कोई कार्रवाई करेगी।' वहीं उसी के बाद रात ढलते ही एनसीपी की कोर कमिटी की बैठक से निकलकर कैबिनेट मंत्री जयंत पाटील ने इस पूरे मामले को ‘हनी ट्रैप’ और एनसीपी के खिलाफ सोची समझी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, 'आरोप लगाने वाली महिला उन्हें भी बदनाम करने की कोशिश कर चुकी है और यह बात खुद कृष्णा हेगड़े ने जाहिर की है।' केवल यही नहीं बल्कि उनका कहना है, 'MNS नेता मनीष धुरी को भी इस महिला ने अपने ब्लैकमेलिंग में फंसाने की कोशिश की है।'
वैसे इन सभी से परे जेट एयरवेज के पूर्व अधिकारी रिजवान कुरैशी ने भी रेणु शर्मा पर हनी ट्रैप में फंसाने के आरोप लगाए हैं। इस तरह कुल मिलाकर एनसीपी दुष्कर्म के इस आरोप को काफी हद तक ब्लैकमेलिंग और हनीट्रैप का मामला दिखाने में लग चुकी है हालाँकि रेणु ने इस बात से साफ़ इंकार किया है।
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