मुंबई: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के लोकसभा सांसद इम्तियाज जलील ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को गठबंधन का प्रस्ताव दिया था, जिससे महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया है. एक तरफ शिवसेना ने साफ़ कह दिया है कि यह प्रस्ताव कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा, तो वहीं दूसरी तरफ NCP प्रमुख और महाविकास अघाड़ी सरकार के शिल्पकार शरद पवार ने भी अब AIMIM के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है.
शरद पवार ने आगे कहा कि, 'वे बता सकते हैं कि किस पार्टी के साथ जाना है. मगर जिस पार्टी में वे शामिल होना चाहते हैं, उसके लिए उन्हें हां कहनी होगी. यह एक सियासी फैसला है. हालांकि यह राजनीतिक फैसला महाराष्ट्र के लिए प्रस्तावित किया गया है, किन्तु NCP के रूप में राज्य को ऐसा फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है. शरद पवार ने आगे कहा कि राज्य इस संबंध में तब तक फैसला नहीं ले पाएगा, जब तक कि राष्ट्रीय समिति इस संबंध में फैसला नहीं ले लेती. इसलिए हमारे नजरिये से यह मुद्दा खत्म हो चुका है.
उन्होंने आगे कहा कि, जहाँ तक प्रस्ताव की बात है, तो यह फैसला किसी भी राज्य में तब तक नहीं लिया जा सकता जब तक कि राष्ट्रीय समिति स्पष्ट नहीं करती कि राज्य इस संबंध में फैसला ले सकता है. पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में बीते दो दिन से चर्चा चल रही है, मगर लेमेरे लिए यह मुद्दा खत्म हो गया है. ऐसा कहकर शरद पवार ने इस चर्चा पर पर्दा डाल दिया है. बता दें कि, जलील ने कहा था कि उनकी पार्टी, भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए किसी से भी गठबंधन करने को तैयार हैं.
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