अब 17 हजार उद्यमियों को सरकारी स्कूलों से जोड़ने की तैयारी दिल्ली सरकार कर रही है. सरकार के इस कदम से अच्छे परिणाम आने की उम्मीद की जा रही है. बता दे कि इन सभी सरकारी स्कूलों के छात्रों से उद्यमिता पर चर्चा करेंगे और उन्हें अपने अनुभवों के बारे में बताएंगे. पिछले वर्ष 4 हजार उद्यमियों ने 3,10,309 छात्रों से अपनी उद्यमिता यात्र की चर्चा की थी. इस वर्ष इसका दायरा और भी ज्यादा बढ़ाया जा रहा है. सरकारी स्कूलों में शुरू किए गए उद्यमिता पाठ्यक्रम के तहत 17 हजार उद्यमी स्वयंसेवक की तरह कक्षाओं में छात्रों के साथ इस विषय पर बात करेंगे. मंगलवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने यह फैसला लिया है.
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मंगलवार को इस नये फैसले को लेकर मनीष सिसोदियो ने उद्यमिता पाठ्यक्रम की समीक्षा बैठक बुलाई थी, जिसमें राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), शिक्षा निदेशालय और उद्यमिता पाठ्यक्रम की कोर समिति के सदस्य शामिल हुए थे. साथ ही अगामी अप्रैल व जुलाई महीने से 11वीं व 12वीं के छात्रों के लिए उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देते हुए उनके लिए फील्ड प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे. इन छात्रों को इसी पाठ्यक्रम के अनुरूप फील्ड प्रोजेक्ट के लिए एक हजार रुपये की सीड मनी भी दी जा रही है.
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि छात्रों के बीच एक उद्यमी की मानसिकता को विकसित करने की आवश्यकता है.जिसमें उद्यमियों के साथ बातचीत बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. उद्यमियों की उद्यम यात्र छात्रों को वास्तविक जीवन के अनुभवों से सीखने में मदद करेगी.उन्होंने कहा कि छात्रों में उद्यमिकता मानसिकता कौशल विकसित करने के उद्देश्य से 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को सीड मनी देने की योजना बनाई गई है. जिसे अप्रैल व जुलाई 2020 में शुरू करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत प्रत्येक छात्र को 1000 रुपये का सीड मनी दिया जाएगा और वे उद्यमी गतिविधियों में शामिल होंगे जो उन्हें किसी समस्या का समाधान खोजने व अलग ढंग से काम करने में सक्षम बनाएगा.
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