नई दिल्ली: ऐलोपैथी के अलावा दूसरी चिकित्सा पद्धतियों में इलाज ढूंढ रहे लोगों को एक नया अस्पताल मिलने जा रहा है। जी दरअसल मॉडर्न चिकित्सा पद्धति से अलग नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन इलाके में पहला आयुष अस्पताल खुलने के लिए तैयार है। बताया जा रहा है यह अस्पताल सरोजनि नगर इलाके में बनाया जाएगा। इसमें आयुष के अंतर्गत आने वाली पांचों चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धतियों से इलाज किया जाएगा। मिली जानकारी के तहत आयुष अस्पताल को लेकर एनडीएमसी में निदेशक आयुष डॉ. कमलेश गुप्ता ने जानकारी दी है।
उनका कहना है, 'यह एनडीएमसी का पहला आयुष अस्पताल होगा। यहां आयुष अस्पताल में मिलने वाली सभी सुविधाएं तैयारी की जाएंगी। अस्पताल बनने को लेकर फैसला हो चुका है। अभी सरोजनि नगर में जहां ये अस्पताल बनना है वहां पुनर्विकास हो रहा है और वहीं यह अस्पताल तैयार होगा।' इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि, 'मेट्रो स्टेशन और सरोजनि नगर मार्केट से हटकर सीजीएचएस कॉम्प्लेक्स के पास करीब 30 हजार स्क्वेयर फीट जगह इस अस्पताल के लिए चिह्नित की गई है। सबसे पहले करीब तीन साल तक आयुष मंत्रालय इस अस्पताल की देखरेख करेगा। इसके बाद इसे एनडीएमसी को हेंडओवर कर दिया जाएगा। अगर कोई शुल्क रखा भी जाता है तो वह 50 रुपये से लेकर अधिकतम 300 रुपये तक होगा।'
किन विधियों से होगा इलाज- मिली जानकारी के तहत इस अस्पताल में आयुर्वेद, योगा, यूनानी पद्धति, प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी से इलाज किया जाएगा। बताया जा रहा है सभी चिकित्सा विधियों की अलग-अलग ओपीडी बनाई जाएगी और सभी जगह नियमित रूप से लोग अपने रोगों का इलाज करा सकेंगे। वहीं इन पांचों विधियों के अंतर्गत आने वाली थैरेपीज जैसे आयुर्वेद में पंचकर्मा, नेचुरोपैथी में हाइड्रो और एक्यूप्रेशर व एक्युपंक्चर आदि के लिए अलग-अलग थैरेपी सेंटर्स बनाए जाएंगे।
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