अहमदाबाद: गुजरात के जामनगर और राजकोट में निरंतर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. गुजरात के नए सीएम भूपेंद्र पटेल ने जामनगर के धुंवाव गांव का दौरा किया. यह गांव बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है. गुजरात में बाढ़ की आशंका वाली जगहों पर NDRF की 18 टीमें तैनात की गई हैं. इसके साथ ही SDRF, पुलिस और फायर विभाग भी बचाव अभियान में लगा हुआ है.
गुजरात NDRF के डिप्टी कमांडेंट रणविजय सिंह ने कहा कि अब तक 39 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है और 11 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. एक शव भी बरामद हुआ है. राजकोट और पोरबंदर में टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुईं हैं. उन्होंने बताया कि गुजरात में NDRF की 20 टीमें हैं, इनमें से 18 टीमों को बारिश होने की संभावना वाली जगहों पर तैनात किया गया है. दो टीमें रिजर्व में रखी गई हैं. सीएम भूपेंद्र पटेल ने ग्रामीणों से बात की और बारिश से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली. सीएम भूपेंद्र ने बाढ़ पीड़ितों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने सरकार की तरफ से सभी लोगों की मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि, सरकारी मदद से कोई वंचित नहीं रहेगा.
बता दें कि गुजरात के केवल जामनगर में ही नहीं, बल्कि राजकोट में भी बाढ़ से हालात बुरे हैं, राजकोट पुलिस अधीक्षक बलराम मीना ने कहा कि भारी वर्षा के बाद राजकोट के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. प्रभावित लोगों के लिए बचाव अभियान जारी है. भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. पुलिस, फायर विभाग, NDRF, SDRF और अन्य टीमें मिलकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही हैं. हमने अभी तक पूरे जिले से 3000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है.
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