आजकल की व्यस्त जीवनशैली के चलते सेहत से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जिनमें से एक है सर्वाइकल पेन। यह दर्द आमतौर पर गर्दन और कंधों में जकड़न का कारण बनता है और लंबे समय तक एक स्थिति में बैठे रहने से बढ़ सकता है। यदि इस दर्द को समय पर न नियंत्रित किया जाए, तो यह पीठ और कमर तक फैल सकता है।
सर्वाइकल पेन के मुख्य कारण
लंबे समय तक एक स्थिति में बैठना: लगातार बैठकर काम करने से गर्दन में दर्द और जकड़न हो सकती है।
सिर को झुकाकर काम करना: स्क्रीन या डेस्क पर झुककर काम करने से गर्दन में तनाव बढ़ सकता है।
बढ़ती उम्र: उम्र बढ़ने के साथ गर्दन में प्राकृतिक बदलाव और तनाव बढ़ सकता है।
ऊंचा तकिया या गलत सोने की स्थिति: गलत तकिया या सोने की स्थिति से गर्दन में दर्द हो सकता है।
चोट या एक्सीडेंट: किसी चोट या दुर्घटना के कारण गर्दन में दर्द हो सकता है।
गलत सोने की स्थिति: सोते समय गर्दन की गलत स्थिति दर्द का कारण बन सकती है।
सर्वाइकल पेन के लक्षण
गर्दन में तेज दर्द
दर्द का फैलना कंधों और पीठ तक
गर्दन घुमाने में दर्द
गर्दन में सूजन और अकड़न
सिर में दर्द का फैलना
स्वभाव में चिड़चिड़ापन
सर्वाइकल पेन से बचने के उपाय
लंबे समय तक एक स्थिति में न बैठें: काम के बीच में गर्दन को घुमाते रहें।
तकिये का सही उपयोग: सोते समय सही तकिये का चयन करें और गर्दन को सही स्थिति में रखें।
सिंकाई: सूजन या दर्द में राहत के लिए गर्म या ठंडी सिंकाई करें।
हल्की मसाज: दर्द वाली जगह पर हल्की मसाज करें।
गर्दन की एक्सरसाइज और योग: नियमित रूप से गर्दन की एक्सरसाइज और योगाभ्यास करें।
यदि दर्द गंभीर है और तेज है, तो डॉक्टर से परामर्श लें। डॉक्टर फिजियोथेरेपी की सलाह भी दे सकते हैं, जिससे दर्द और सूजन में राहत मिल सकती है।
गर्दन को नियमित रूप से घुमाते रहना और लंबे समय तक एक स्थिति में न बैठना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, योग और गर्दन की एक्सरसाइज भी दर्द को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
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