यदि आप में एक जज़्बा और कुछ कर दिखाने का जूनून है तो आप किसी भी मुसीबत से सामना कर अपने सपनो को साकार कर सकते है. नीतू सरकार नाम की पहलवान सभी महिलाओ के लिए एक प्रेरणा बन गई है. समाज के साथ-साथ सभी लोगो ने नीतू को खूब ताने दिए, उन पर खूब जुल्म किया लेकिन वो अपने नेक इरादों पर डटी रही और अपने सपने को पूरा किया.
नीतू सरकार हरियाणा के एक गरीब परिवार में जन्मी थी. और ये इतना गरीब परिवार था जो पैसे के लिए अपनी बेटी तक को बेच सकता था. 13 वर्ष की उम्र में ही परिवार वालो ने नीतू की शादी करवा दी और 14 वर्ष की उम्र में वो गर्भवती हो गई. नीतू की शादी 43 साल के अधेड़ उम्र के व्यक्ति से करवाई थी. उनका पति मानसिक रूप से बीमार भी था. नीतू उस घर में ज्यादा समय नहीं काट सकी इसलिए वो वहां से भागकर अपने माँ-बाप के घर आ गई. लेकिन माँ बाप को बेटी रास ना आई और उन्होंने दोबारा उसकी शादी करवा दी. लेकिन तब तक नीतू जिंदगी के असल मायनो को अच्छे से समझ गई थी. तब उन्होंने ठाना कि वो मर्दो से मुकाबले के लिए अखाड़े में उतरेंगी.
सभी ने नीतू का विरोध किया लेकिन सिर्फ उसके पति ने साथ दिया. धीरे-धीरे नीतू पहलवानी के क्षेत्र में आगे बढ़ गई. साल 2011 में उन्होंने पहला पदक जीता. फिर क्या इसके बाद तो नीतू के पास मेडल्स की जैसे झड़ी ही लग गई हो. उन्होंने नेशनल से लेकर इंटरनेशनल तक अपनी पहलवानी का परचम लहरा दिया. नीतू अब इंटरनेशनल रेसलर बन गई है.
HR की ज़िंदगी में भी दर्द कम नहीं है (VIDEO)