रांची: प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है. हेमंत की गिरफ्तारी से पहले उनके दिल्ली स्थित आवास से केंद्रीय एजेंसी ने BMW कार बरामद की थी, जिसमें से भारी मात्रा में कैश भी जब्त हुआ था. इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से शनिवार को लगभग 11 घंटे तक पूछताछ की. धीरज साहू (64) प्रातः लगभग 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय में दाखिल हुए तथा रात लगभग 10 बजे वहां से निकले. अफसरों ने बताया कि पूछताछ पूरी नहीं हो पाने की वजह से उन्हें रविवार को दोबारा एक बार फिर बुलाया गया है.
प्राप्त रिपोर्ट्स के अनुसार, अफसरों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय हेमंत सोरेन के साथ उनके कथित संबंधों एवं एक लक्जरी कार के सिलसिले में साहू का बयान दर्ज कर रही है, जिसे एजेंसी ने बीते महीने तलाशी के चलते दिल्ली में JMM के कार्यकारी अध्यक्ष के आवास से बरामद किया था. प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से बाहर आने के बाद पूछताछ के विषय के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस सांसद साहू ने बताया कि यह लक्जरी वाहन से जुड़ी हुई थी. धीरज साहू ने कहा, "ज्यादा कुछ नहीं है... गाड़ी पूर्व मुख्यमंत्री की नहीं है और किसी और की है... इस बारे में जांच जारी है." वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या कार उनकी है, साहू ने कहा, "यह गलत है...यह झूठ है."
कांग्रेस सांसद बीते वर्ष दिसंबर में तब चर्चा में आए थे, जब आयकर विभाग ने ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों पर छापेमारी के चलते 351.8 करोड़ कैश बरामद किया था. यह कंपनी उनके परिवार द्वारा चलाई जाती है. सूत्रों के अनुसार, एक वाट्सएप ग्रुप प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में आ गया है, जिससे जुड़े कुछ लोगों ने दिल्ली में बरामद की गई BMW कार के मालिकाना हक को लेकर चर्चा हुई थी. अफसरों ने बताया कि साहिबगंज के डिप्टी कमिश्नर रामनिवास यादव और सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू भी राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में पूछताछ के लिए शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे. प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों ने शुक्रवार को मामले के सिलसिले में प्रसाद से कई घंटों तक पूछताछ की थी.
वही इस बीच हेमंत सोरेन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक अन्य अपराधी भानु प्रताप प्रसाद को शनिवार को राजंची के बार्गेन सर्कल में पूर्व सीएम से जुड़ी हुई जमीन पर ले जाया गया. भानु प्रताप राजस्व विभाग में उप निरीक्षक के पद पर तैनात थे. उन्हें भी प्रवर्तन निदेशालय ने इसी मामले में जांच को लेकर गिरफ्त में लिया है. हेमंत सोरेन को जमीन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था, तत्पश्चात, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद उन्होंने झारखंड के सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी ही सरकार में परिवहन मंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपई सोरेन को राज्य का नया सीएम बनाया गया है.
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