काठमांडू। नेपाल में जोरदार बारिश और बादल फटने के कारण बाढ़ और भूस्खलन के हालात बन गए हैं। पहाड़ी क्षेत्र में तो स्थिति विकट है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते लगभग 55 लोगों की मौत हो गई। बाढ़ के चलते कई नदियाॅं उफान पर हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और ये खतरे के निशान के उपर बह रही हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुॅंचाने का कार्य किया जा रहा है।
लोगों को भवनों और रहवासी क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित क्षेत्रों की ओर ले जाया जा रहा है। बाढ़ के कारण कई क्षेत्रों में विद्युत प्रदाय तक ठप रहा। ऐसे क्षेत्रों में पूर्वी क्षेत्र प्रमुख था जहाॅं घंटो तक विद्युत सप्लाय नहीं किया जा सका। सरकारी अधिकारियों को राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए कहा गया है।
देवघाट व सौराहा में बड़े पैमाने पर लोग फंसे हुए हैं। चितवन जिले के सौराहा में तो लगभग 600 पर्यटक बाढ़ से जूझ रहे हैं। इन लोगों को निकालने का कार्य किया जा रहा है। इन लोगों में करीब 200 भारतीय हैं। जिले के मुख्य अधिकारी नारायण प्रसाद भट्ट ने यहाॅं चलने वाले आपदा प्रबंधन कार्य को लेकर कहा कि आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है और लोगों को सुरिक्षत क्षेत्रों की ओर ले जाया जा रहा है।
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