काठमांडू : यह खबर चीन के लिए किसी झटके से कम नहीं है कि छोटे से देश नेपाल ने बुधी गंडाकी नदी पर बनाए जा रहे हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के चीनी कंपनी के साथ हुए अनुबंध को रद्द कर दिया है.नेपाल के उपप्रधानमंत्री कमल थापा ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी.
उल्लेखनीय है कि पूर्व की प्रचंड सरकार ने 1200 मेगावाट की बिजली उत्पन्न करने वाले इस प्रोजेक्ट को चीन की गेचोउबा ग्रुप को दिया था. तब ऐसा आरोप लगाया गया था कि इस प्रोजेक्ट की बोली की प्रक्रिया सही तरीके से नहीं की गई और चीनी कंपनी को ऐसे ही प्रोजेक्ट सौंप दिया गया.अब ये प्रोजेक्ट किसी भारतीय कंपनी को दिए जाने की बात सामने आई है.भारतीय कंपनी NHPC को मिलने की सम्भावना है.
बता दें कि कमल थापा ने ट्वीट किया कि कैबिनेट ने गेचोउबा ग्रुप के साथ बुधी गंडाकी नदी पर बनने वाले हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है. इस बारे में जब चीन की प्रतिक्रिया जानना चाही तो चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें इस बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है, नेपाल और चीन के संबंध काफी अच्छे हैं.
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