काठमांडू. नेपाल में वाम गठबंधन में शामिल सीपीएन-यूएमएल और सीपीएन (माओवादी केंद्र)के प्रमुख नेताओं ने शेर बहादुर देउबा के नेतृत्ववाली कांग्रेस नीत सरकार पर नई सरकार को आसानी से सत्ता स्थानांतरित करने की बजाय अनावश्यक रुप से गैर कानूनी अड़चने पैदा करने का आरापे लगाया है।
खबरों के मुताबिक वाम गठबंधन के नेता के पी शर्मा ओली और पुष्प कुमार दहल ने हाल में हुए संसदीय चुनावों में मिली भारी जीत के बाद पहली बार संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता के हस्तांतरण में विलंब को लेकर व्याप्त गतिरोध को सार्वजनिक करने के लिए उन्हें संवाददाता सम्मेलन का आयोजन करना पड़ा हे।
यूएमएल अध्यक्ष ओली ने कहा, "नई सरकार के गठन में कोई संवैधानिक अड़चन नहीं है।" गठबंधन ने सरकार से संविधान की गलत व्याख्या और संविधान को लागू करने में किसी प्रकार का अड़चन नहीं पैदा करने की नसीहत देते हुए कहा कि उसे लोगों के जनादेश का सम्मान करते हुए नयी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। दोनों नेताओं ने बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की मौजूदगी में नयी सरकार के गठन में किसी प्रकार की कानूनी या संवैधानिक अड़चन की आशंका से भी साफ इंकार किया।
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