कोविड-19 के मध्य सिंगापुर में नई गवर्नमेंट के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. सिंगापुर के पीएम ली हसियन लूंग ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल का ऐलान किया है. उनकी इस मंत्रिमंडल में कई भारतीय मूल के लोगों को स्थान प्राप्त हुआ है. खास बात यह है कि सिंगापुर उन मुट्ठी भर देशों का है, जिन्होंने महामारी के दौरान देश में चुनाव करवाया है. इस बार भी ली की पार्टी पीपुल्स एक्शन पार्टी ने बड़ी विजय दर्ज की है.
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बता दे कि कोरोना महामारी के मध्य दस जुलाई को सिंगापुर में आम चुनाव कराए गए थे. आम चुनाव में ली की पीएपी पार्टी ने स्पष्ट जनादेश प्राप्त किया. इस आम चुनाव में सिंगापुर में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी ने 61.24 प्रतिशत वोट प्राप्त किए. बता दें कि 1965 से पीएपी पहली बार आम चुनाव में जीत हासिल की थी. इसके बाद वह किसी भी आम चुनाव में परास्त नहीं हुई. वह सत्ता में विराजमान रही. 2020 में आम चुनाव में पीएपी ने 93 संसदीय सीटों में से 83 सीट प्राप्त हुई थी. पीएपी ने 61.24 प्रतिशत मत प्राप्त किए है.
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सिंगापुर सिर्फ उन मुट्ठी भर देशों में सम्मिलित है, जिन्होंने महामारी के दौरान चुनाव करवाया है. गवर्नमेंट के नए मंत्रिमंडल में 37 मंत्रियों को सम्मिलित किए गए हैं. ये सभी पुरानी कैबिनेट में भी शामिल थे. ली ने कहा कि नए मंत्रिमंडल का गठन कर लिया गया है. नए मंत्रिमंडल में संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है. यह एक टीम है, जिसके सामने सार्वजनिक स्वास्थ्य और आर्थिक परेशानी की बड़ी चुनौतियों पहले जैसी ही है.
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