नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के मंत्री और भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल की पत्नी सरिता अग्रवाल द्वारा राज्य का 4.12 हेक्टेयर फॉरेस्ट लैंड खरीदकर उस पर एक रिजॉर्ट बनाने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आधिकारिक रिपोर्ट मांगी थी.
बता दें कि इस मामले में एक अख़बार के अनुसार महासमुंद जिले के राजस्व अधिकारियों द्वारा की गई जाँच में पता चला है कि रिजॉर्ट बनाने के लिए 13.9 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर भी अतिक्रमण किया गया है.इस बारे में चार महीने पहले आदित्य सृजन प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस भी दिया गया था.इस कंपनी ने जमीन अधिगृहित की है और सरिता अग्रवाल व उनके बेटे अभिषेक अग्रवाल इसके निदेशक हैं.कम्पनी ने उन्होंने नोटिस के जवाब में कहा था कि वह जमीन उनकी प्रॉपर्टी के भीतर आती है , जबकि आधिकारिक रिपोर्ट अलग तथ्य प्रकट कर रहे है.
उल्लेखनीय है कि इस विवादित ज़मीन को किसान विष्णु साहु ने 1994 में जल संसाधन विभाग को दान किया था. उसके बाद यह वन विभाग को हस्तांतरित की गई.जिस वन भूमि पर सरिता अग्रवाल अपने बेटे के साथ रिजॉर्ट बना रही हैं, उसके लिए राज्य सरकार एक खास योजना के तहत वह क्षेत्र को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करना चाहती थी.इसके लिए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस पर फैसला लेने के लिए एक कमेटी के गठन को मंजूरी दी थी.
यह भी देखें
छत्तीसगढ़ में भी ‘इंदु सरकार’ पर बवाल
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सांसदों से मिले पीएम मोदी