इंदौर/ब्यूरो: बैंकिंग कियोस्क लेने के लिये आईआईबीएफ (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ बैंकिंग एंड फाइनेंस) परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगी। इस संबंध में बैंक ऑफ बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान, भेसलाय, इंदौर द्वारा भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट एक ग्राम पंचायत एक व्यापार प्रतिनिधि के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस सिलसिले में गत दिनों छह दिवसीय बैंक मित्र प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण के अंत में आईआईबीएफ (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ बैंकिंग एंड फाइनेंस) द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में इंदौर जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों के स्वसहायता समूहों की 25 महिलाओं ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की। अब यह महिलाएं इंदौर जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्वयं का बैंकिंग कियोस्क संचालित कर विभिन्न बैंकिंग सुविधाएं जिले के सुदूर ग्रामों में उपलब्ध करा सकेंगी। इन कियोस्क संचालकों का सबसे अधिक लाभ सुदूर ग्रामों में बैठे वृद्धावस्था पेंशन हितग्राहियों को होगा एवं स्व सहायता समूह सदस्यों को उन्ही के बीच से स्व सहायता समूह सदस्य दीदी द्वारा बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री जनधन योजना, जीवन सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ मैदानी स्तर पर पहुंचाया जा सकेगा। प्रशिक्षण केन्द्र के निदेशक श्री ओमप्रकाश मंशारामानी ने बताया कि बैंकिंग कियोस्क खोलने हेतु अनिवार्य प्रमाण पत्र परीक्षा 25 महिलाओं ने सफलतापूर्वक पास की है। उक्त परीक्षा का आयोजन ई दक्ष केंद्र में किया गया। उत्तीर्ण महिलाओं को प्रमाण पत्र दिये गये। इस अवसर पर सीनियर ट्रेनर अतुल कुमार पांडे एवं जागृति चौहान, संकाय सदस्य श्रीमती रूपा कौशल, अपूर्व जैन आदि उपस्थित थे।
कुपोषण से सुपोषण करने का एक प्रयास