पटना। बिहार में जेडीयू व भाजपा और अन्य सहयोगी दलों की गठबंधन सरकार अस्तित्व में आ गई है। अब सीएम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा की जा रही है। मंत्रिमंडल को लेकर यह बात सामने आई है कि भाजपा कोटे के 12 मंत्रियों में से नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार और रामनारायण मंडल के अतिरिक्त जो 9 विधायक हैं वे मंत्रिमंडल के लिए नए हैं। इन नेताओं में मंगल पांडेय, सुरेश शर्मा, कृष्ण कुमार ऋषि, विनोद नारायण झा राणा रणधीर विजय सिन्हा कुमार ब्रजकिशोर बिंद और विनोद कुशवाहा मंत्री बनाए गए हैं।
हालांकि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल गठन के ही साथ यह जानकारी सामने आई है कि एनडीए में शामिल रालोसपा और हम के नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है ऐसे में इस दल के नेता कुछ नाराज हैं। हम सेक्युलर के अध्यक्ष जीतनराम मांझी पटना जाने के स्थान पर दिल्ली चले गए। दूसरी ओर लोजपा के पशुपति कुमार पारस के मंत्री बनने पर कुछ लोगों ने आपत्ती ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मांझी से उनके निवास पर भेंट की थी।
मांझी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रित किया गया था। मांझी को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की बात कही जा रही थी मगर जितनराम मांझी ने अपने लिए मना कर गैर विधायक कोटे से अपनी पार्टी के तीन नेताओं के नामों की सिफारिश की थी। जिसमें एक को मंत्रालय देने के लिए कहा था मगर इस बात पर सहमति नहीं बनी। अब यह कहा जा रहा है कि जीतनराम मांझी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भेंट कर सकते हैं।
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