वर्ष 2019 के अंत से लेकर बीते माह तक कोरोना के कारण पूरी दुनिया में कोहराम देखने को मिला, जंहा हर दिन कोई न कोई इस वायरस के कारण मौत का शिकार हो गया है, और वहीं कई लोगों में इस वायरस के चलते डर के साथ ही साथ अपनों को भी खो दिया, इतना ही नहीं कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि दुनियाभर में संक्रमण के साथ ही रिकवरी के रेट भी बढ़े है। लेकिन जंहा अब भी पूरी दुनिया में कोरोना से निजात नहीं मिला वहीं अब कोरोना के नए वेरियंट ने अपना कहर ढाना शुरू कर दिया है।
यूरोप के आठ देशों में पहुंचा नया स्ट्रेन: इस दौरान डब्ल्यूएचओ ने बोला कि कोविड-19 का नया स्ट्रेन यूरोप के 8 देशों में पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह नए प्रकार का संक्रमण युवाओं में तीव्रता से फैलता जा रहा है। ब्रिटेन में 2 सप्ताह पूर्व वायरस का यह नया रूप मिल चुका है। जिसके उपरांत दुनिया के अधिकतर देशों ने इस देश के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी। कोविड का यह नया प्रकार 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक कहा जा रहा है। WHO के यूरोप केसों के निदेशक हंस क्लूज ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की यह स्वास्थ्य एजेंसी हालात पर निरंतर दिखाई दे रही है। पुराने कोविड वायरस की तुलना में यह नया स्ट्रेन युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है।
नए स्ट्रेन को लेकर पश्चिम एशिया में भी डर का माहौल: जंहा इस बात का पता चला है कि कोविड के नए स्ट्रेन को लेकर पश्चिम एशिया में भी डर बढ़ता ही जा रहा है। इस क्षेत्र के कई देशों में रोकथाम के उपायों को सख्त किए जा चुके है। इराक ने ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, बेल्जियम, ईरान, जापान की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए गए है। तुर्की विदेश से आने वालों के लिए निगेटिव टेस्ट अनिवार्य करने वाले है। इजरायल में भी रविवार से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया जा चुका है।
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