न्यूयॉर्क: बीते कई दिनों से लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना का खौफ आज पूरी दुनिया में साफ़ नज़र आ रहा है. हर तरफ इस वायरस के कारण आज तवाही का मंज़र पैदा हो चुका है. कही न कही हर रोज कोई न कोई परिवार मौत का शिकार हो रहा है, वहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 1 लाख से अधिक मौते हो चुकी है. जंहा पिछले कई दिनों की तरह गुरुवार को भी न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस की दो कहानियां थीं-एक जीवन की प्रगति को प्रोत्साहित करने वाली और दूसरी विनाशकारी नुकसान वाली. यह कहना है न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू एम कुओमो का. पिछले दो हफ्तों में अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की रफ्तार में गिरावट देखी जा रही है. एक दिन में 20 फीसद से गिरकर यह एक अंक पर चली आई है.
मरने वालों की तादाद मे हो रही बढ़ोतरी: बुधवार से गुरुवार तक मरीजों की संख्या में 200 की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 18,279 हो गई. इस तरह महज एक फीसद की बढ़ोतरी देखी गई. यदि यह रुझान जारी रहा, तो जल्द ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या में गिरावट होने लगेगी. यह इस बात का संकेत है कि महामारी अपने शीर्ष पर पहुंचकर उतरने लगी है. लेकिन, तस्वीर का एक दूसरा पहलू भी है. कोरोना वायरस के चलते मरने वाले लोगों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.
समाज के लिए मूक विस्फोट है यह बीमारी: बुधवार से गुरुवार तक 799 लोगों की मौत हुई. एक दिन में मरने वालों का यह एक और रिकॉर्ड है. कुओमो इस महामारी की तुलना 11 सितंबर, 2001 के आतंकी हमले से करते हैं. उन्होंने इसे एक मूक विस्फोट कहा, जो समाज में एक ही तरीके से नुकसान पहुंचाता है.
प्रतिबंध आगे भी जारी रहेंगे: हाल के दिनों में कुओमो कई बार कह चुके हैं कि शारीरिक दूरी और कई अन्य प्रतिबंध जारी रहेंगे, क्योंकि राज्य द्वारा हासिल प्रगति को बरकरार रखने के लिए यह जरूरी है. वे इस बात को लेकर भी आगाह कर चुके हैं कि संभवत: यह महामारी का पहला दौर है. यदि मरीजों की संख्या बढ़ी, तो राज्य को मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में और अधिक बिस्तरों और वेंटिलेटरों की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि महामारी के बारे में पहले के पूर्वानुमान सही निकले, तो मौजूदा इंतजाम अपर्याप्त हो सकते हैं.
इंडोनेशिया : अब तक 3293 लोग हुए कोरोना से संक्रमित, मौत का आंकड़ा बना चिंता का विषय
पीएम बोरिस जॉनसन तेजी से हो रहे ठीक, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बोली यह बात
जल्द कोरोना का हो सकता है सर्वनाश, इलाज के लिए छह दवाओं की हुई पहचान