उड़ीसा राज्य के बालेश्वर जिला मुख्य अस्पताल में देर रात एक शिशु की मौत होने पर जमकर हंगामा किया गया. परिजनों का मानना है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारन यह दुर्घटना हुई है. इसके प्रति आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में खूब तोड़फोड़ भी की.
दरअसल प्रसूता मयूरभंज जिला के र्बैंशगा युगपुर की रहने वाली है और उसे प्रसव वेदना होने पर बालेश्वर जिला मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ चार दिन पहले आपरेशन के जरिए महिला ने बच्चे को जन्म दिया था.जिसके बाद से ही बच्चे का ठीक तरह से इलाज ना करने के कारण रविवार की देर रात बच्ची की मौत हो गई.
नवजात बच्चे के दादा गदाधर नायक ने डॉक्टरों पर इल्ज़ाम लगते हुए कहा कि गुरुवार को आपरेशन से बच्चे के जन्म लेने के बाद से डॉक्टरों ने रविवार की देर रात 12 बजे तक बच्चे का कोई इलाज नहीं किया. डॉक्टरों की इस तरह की लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर अपने घर में क्लीनिक खोलकर रोगियों का इलाज करता है, लेकिन अस्पताल में महज औपचारिकताएं ही पूरी करता है.
इस तरह की घटना का मामला पहले भी सामने आ चुका है जिसमे रास्ते के किनारे गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर 102 एवं 108 एंबुलेंस को कॉल करने के बहुत देर के बाद भी ना आने के बाद भी महिला ने सड़क के किनारे एक पेड़ के नीचे प्रसव करना पड़ा था.
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