भोपाल/ब्यूरो। मध्य प्रदेश में पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) के ठिकानों पर सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात फिर छापामार कार्रवाई की गई। यह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए), (एटीएस) और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर सहित करीब सात शहरों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा छापामार कार्रवाई किए जाने की सूचना है।
इस छापामार कार्रवाई में 20 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को इनकी जानकारी पूर्व्र में पकड़े गए पीएफआइ सदस्यों से पूछताछ में मिली थी। भोपाल से एटीएस ने सोमवार रात शाजहानाबाद इलाके से के पीएफ़आइ सदस्य अब्दुल रऊफ बेलिम को हिरासत मे लिया है। उसके बारे मे एटीएस को जानकारी मिली थी कि वह पीएफआइ को विदेश से आर्थिक मदद जुटाने वाले गिरोह से जुड़ा है। वहीं इंदौर में पीएफआइ के सचिव यूसुफ और जिला कमेटी सदस्य सईद टेलर के यहां छापामार कार्रवाई की गई। इनमें से एटीएस ने टेलर को पकड़ लिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले विगत बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात भी एनआइए ने इंदौर व उज्जैन में पीएफआइ के ठिकानों पर छापे मारे थे। टेरर फंडिंग-ट्रेनिंग केंप आयोजित करने के आरोप में हुई उक्त कार्रवाई में पीएफआइ के इंदौर से तीन और उज्जैन से एक सदस्य को हिरासत में लिया गया था। इंदौर के जूना रिसाला से पीएफआइ के मध्य प्रदेश के मुखिया अब्दुल करीम बेकरी उर्फ बेकरीवाला, छीपा बाखल से मोहम्मद जावेद एवं जूना रिसाला निवासी अब्दुल खालिद को गिरफ्तार किया गया था।
उधर उज्जैन से जमील शेख की गिरफ्तारी की गई। उनके पास से बड़े पैमाने में पुस्तकें, पर्चे, कम्प्यूटर एवं प्रचार सामग्री बरामद की गई थी। इसके पश्चात एटीएस की टीम अगले दिन उन्हें भोपाल लेकर आई थी, जहां कोर्ट ने इन चारों आरोपितों को सात दिन की रिमांड पर सौंप दिया था। बताया जाता है कि पीएफआइ संगठन मालवा के बाद चंबल में अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रहा था। इसके लिए चंबल संभाग का श्योपुर जिला चुना गया था। इसी साल फरवरी में पीएफआइ के स्थापना दिवस पर जयपुर में आयोजित रैली में राजस्थान के पीएफआइ प्रमुख आसिफ से प्रदेश के इस संगठन से जुड़े एक पदाधिकारी ने मुलाकात भी की थी। इस मुलाकात में चंबल में पीएफआइ के सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया था।
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