लखनऊ: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से कनेक्शन के मामले में देवबंद से एक युवक को NIA ने अरेस्ट किया है। जानकारों का कहना है कि जांच में कुछ ऐसे सुराग पाए गए हैं, जिनका कनेक्शन देवबंद से मिला है। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है। अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता, किन्तु जो सबूत मिले हैं, वो अहम हैं और उनकी जांच पूरी करके रिपोर्ट पेश की जाएगी।
संदिग्ध युवक सहारनपुर के देवबंद के मदरसे में रहकर दीन की तालीम ले रहा था। बताया जा रहा है कि वह सोशल मीडिया एप के माध्यम से संगठन के लिए ट्रांसलेटर का काम करता था। एक रिपोर्ट के अनुसार, देबबंद के मदरसे में पढ़ने वाला फारूख कई भाषाओं का जानकार है। वो कई वर्षों से यहां रह रहा था। उसके लिंक कर्नाटक में पकड़े गए एक IS माड्यूल से मिले है। टेलीग्राम के जरिये आतंकवाद से संबंधित साहित्य फारूख तक आता था। वो इसका अनुवाद करके माड्यूल को उपलब्ध कराता था।
हालांकि, NIA ने शनिवार रात देवबंद में रेड मारी, किन्तु इसकी भनक तक पुलिस को नहीं लगी। स्थानीय पुलिस को रविवार सुबह सारे मामले का पता चला। इलाके के लोग भी इससे अनजान थे। फारूख को NIA अपने साथ ले गई है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आधिकारिक तौर पर NIA ने फारूक को हिरासत में लिया है या नहीं, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है।
बता दें कि, हाल ही में सुरक्षा एजेंसी ने कर्नाटक में सक्रीय IS माड्यूल के आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि एक आरोपी के मोबाइल फोन में टेलीग्राम एप के जरिये कई लोगो से बात होती थी। इसी में एक लिंक फारूख का भी था। NIA उसी कर्नाटक माड्यूल का नेटवर्क की जांच रही है। कर्नाटक में हाल ही में IS मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ था। छात्र फारुख भी मूल रूप से कर्नाटक का निवासी है और आतंकी संगठन IS का संदिग्ध है। देवबंद में वो नाम बदलकर रह रहा था। वहीं, SSP विपिन का कहना है कि ATS ने कार्रवाई की है। इससे अधिक अभी उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
आतंकियों को क्यों पनाह देता है देवबंद ?
बता दें कि देवबंद में दारुल उलुम मदरसा स्थित है, जिसे आतंकी संगठन तालिबान का जन्मदाता कहा जाता है। देवबंद समेत आस-पास के इलाके से कई इस्लामिक आतंकी पहले भी गिरफ्तार किए जा चुके है। 2001 में मुफ्ती इसरार को आतंकी गतिविधियों के चलते इसी मदरसे से गिरफ्तार किया गया था, 2005 में अयोध्या में हुए बम विस्फोट मामले का आरोपी इरफान भी देवबंद गया था। 10 जनवरी 2009 को यहाँ से पाकिस्तानी एजेंसी ISI का एजेंट आमिर अहमद उर्फ बूरा गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2016 में दिल्ली पुलिस ने देवबंद से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 12 संदिग्ध युवकों को पकड़ा था। छह अगस्त 2017 को बांग्लादेशी आतंकी अब्दुलाह देवबंद से गिरफ्तार हुआ था। मई 2018 को देवबंद से जुनैद खान (रोहिंग्या) गिरफ्तार किया गया, वहीं 4 फरवरी 2019 को देवबंद से पांच बांग्लादेशी अरेस्ट हुए। इसके अलावा भी देवबंद से कई बार संदिग्ध आतंकियों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।
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