कोलंबो: श्रीलंका के कोलंबो में खेली गई निदहास ट्रॉफी के एक मैच में खेल को कलंकित करने वाली जो अप्रिय घटना घटी थी, उससे पुरे क्रिकेट जगत में खलबली मच गई थी. बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला गया अंतिम लीग मैच रोमांचक होने के साथ एक और वजह से सुर्ख़ियों में था और वो वजह थी, लंकाई और बांग्लादेशी खिलाड़ियों के बीच हुआ नो बॉल विवाद, जिसके बाद मामला और बढ़ गया था, यहां तक की बांग्लादेशी कप्तान शाकिब-अल-हसन ने खिलाड़ियों को मैदान से वापस बुलाने का इशारा भी कर दिया था. हालांकि बांग्लादेश ने यह मैच जीत लिया था.
मैच के बाद बांग्लादेशी टीम के ड्रेसिंग रूम का एक शीशे का दरवाजा टूटने की तस्वीरें सामने आई थीं, जिसके बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने शीशा तोड़ने वाले शख्स का नाम जानने के लिए जाँच के आदेश दिए थे. श्रीलंकाई अख़बार के मुताबिक वर्किंग स्टाफ ने इस घटना के पीछे बांग्लादेश के कप्तान शाबिक अल हसन का हाथ बताया है. बताया गया है कि हसन ने शीशे को जोर से धक्का दिया था, जिससे यह टूट गया. शाकिब पर उनकी मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया और आईसीसी ने उनके खाते में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया है. इनके अलावा मैदान पर झगड़ने वाले बांग्लादेशी खिलाड़ी नुरुल हसन पर भी मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया है और उनके खाते में भी एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है.
गौरतलब है कि बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच चल रहा था और जीत के लिए दोनों टीमें जोर लगा रही थीं, आखिरी ओवर में बांग्लादेश को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे. इसी बीच दो गेंदें बाउंसर जाने के बाद बांग्लादेशी टीम को लगा था कि दूसरी गेंद को अंपायर नो-बॉल करार देंगे. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. इस दौरान बांग्लादेश के अतिरिक्त खिलाड़ी श्रीलंकाई खिलाड़ी कुशल मेंडिस के साथ बहस में उलझे हुए थे तो बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन सीमारेखा के पास खड़े थे, गुस्साए शाकिब ने अपने खिलाड़ियों से वापस आने को कहा था.
वीडियो: शाकिब अल हसन का विवादों से रहा है पुराना नाता
शाकिब की सलाह ना मानने से हारा बांग्लादेश
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