मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ स्थित धरगुरिया गांव की रहने वाली कविता ने डीएलएड प्रथम वर्ष दी थी, मगर वह एक विषय में फेल हो गई. उम्मीदवार को एक विषय की पूरक परीक्षा में पास होने के लिए दूसरा अवसर प्राप्त हुआ था. यह पूरक परीक्षा 16 जनवरी को ग्वालियर के मुरार स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरार क्रमांक-1 में आयोजित की गई थी. सुबह की पाली में आयोजित इस परीक्षा में कविता को सम्मिलित होकर अपनी पूरक परीक्षा देनी थी, मगर कविता को इस बात का डर था कि कहीं वह फिर से फेल न हो जाए, इसलिए वह खुद पूरक परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुई.
कविता की भतीजी पल्लवी ने जब देखा कि उसकी चाची कविता का भविष्य संकट में है और यदि इस बार भी पूरक परीक्षा में उसकी चाची पास नहीं हो पाई तो उसका डीएलएड अधूरा रह जाएगा. यह सोचकर पल्लवी चाची की जगह पर परीक्षा देने के लिए ग्वालियर आ गई. यहां परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर भतीजी पल्लवी अपनी चाची की जगह पर परीक्षा देने लगी, तभी परीक्षा केंद्र अध्यक्ष शिव ओम सक्सेना को पल्लवी पर संदेह हुआ. पहले पल्लवी का फोटो मिलान किया गया जो मिसमैच था. तत्पश्चात, पल्लवी से हस्ताक्षर भी करवाए गए जो बहुत अलग थे. इस के बाद पल्लवी को परीक्षा से उठा दिया गया तथा इसकी खबर तुरंत मुरार थाना पुलिस को दी गई.
वही मुरार थाना पुलिस परीक्षा केंद्र पर पहुंची तथा पल्लवी को अपने साथ थाने ले आई. यहां मुरार थाना पुलिस ने परीक्षा केंद्र अध्यक्ष शिवओम सक्सेना की शिकायत पर पल्लवी के खिलाफ धारा 419, 420 468 एवं 3/4 परीक्षा अधिनियम के तहत FIR दर्ज करते हुए उसे अदालत में पेश किया, तत्पश्चात, पल्लवी को अदालत से जेल भेज दिया गया. इसके चलते मुरार पुलिस ने पल्लवी की चाची कविता को भी बुलाने का प्रयास किया, लेकिन पल्लवी की चाची कविता ग्वालियर नहीं पहुंची. इस प्रकार एक भतीजी ने अपनी चाची के भविष्य को संवारने का प्रयास किया, मगर चाची को पास करने के चक्कर में भतीजी जेल पहुंच गई.
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