एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता निकहत जरीन (52 किग्रा) ने सोमवार को इस्तांबुल में IBA महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंचकर इंडिया के लिए मौजूदा टूर्नामेंट का पहला पदक पक्का कर चुके है। प्रतिष्ठित ‘स्ट्रैंड्जा मेमोरियल’ टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली निकहत ने अपनी शानदार लय को जारी रखते हुए इंग्लैंड की चार्ली-सियान डेविसन को 5-0 से मात दी है।
तेलंगाना की इस 25 वर्ष की मुक्केबाज ने क्वार्टर फाइनल में डेविसन के आक्रामक खेल का जवाब उन्हीं की शैली में दिया जा चुका है। पहले दौर में दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे पर जमकर हमला कर दिया है। निकहत ने हालांकि दूसरे दौर में अपना दबदबा बनाया और प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज के शरीर पर सटीक पंच जड़ दिए है। शुरुआती दो दौर में बढ़त कायम करने के बाद निकहत ने तीसरे दौर में रक्षात्मक खेल का सहारा लिया और एकतरफा जीत भी हासिल कर ली है।
नीतू (48 किग्रा) का अभियान हालांकि क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान की मौजूदा एशियाई चैंपियन अलुआ बाल्किबेकोवा से 2-3 के खंडित निर्णय की हार के साथ समाप्त हो चुका है। हरियाणा की 21 वर्ष की दो बार की युवा विश्व चैम्पियन को शुरुआती 2 दौर में रक्षात्मक खेल का खामियाजा भुगतना करना पड़ गया है। वह इस दौरान बाल्किबेकोवा को मुक्के लगाने के लिए संघर्ष कर रही थी। उन्होंने तीसरे दौर में आक्रामक रूख अपनाया लेकिन तब तक देर हो गई थी।
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