भारत दौरे पर आई संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि निक्की हेली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) का सदस्य बनाए जाने का समर्थन करता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने शांगरी ला डायलॉग में मुक्त और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपना विचार रखा था. ये विचार राष्ट्रपति ट्रंप को भी पसंद आया था.' निक्की हेली ने कहा कि भारत और अमेरिका में समान रूप से धार्मिक स्वतंत्रता है. यह सबसे अहम बात है. दोनों देशों में सहिष्णुता और सम्मान है. उन्होंने कहा कि भारतीय मेरे साथ अपने लोगों की तरह बर्ताव करते हैं. गवर्नर रहने के दौरान मैं अपने भाषण की शुरुआत इसी बात से करती थी कि भारतीय अप्रवासी की बेटी हूं. भारतीयों के काम करने के तरीके और शिक्षा के प्रति प्रेम से मुझे गर्व होता है.
उन्होंने कहा कि भारत एक परमाणु सक्षम और जिम्मेदार लोकतांत्रिक देश है, जिसके चलते इसका दुनिया भर में सम्मान है. अमेरिका भी भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) का सदस्य बनाए जाने का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं. आज भारतीय अमेरिकी लोग सबसे ज्यादा शिक्षित और सबसे ज्यादा दान देने वाले हैं.
निक्की हेली ने कहा, हमारे प्रयासों की वजह से नॉर्थ कोरिया ने परमाणु कार्यक्रम को बंद करने का भरोसा दिया है. साथ ही मजबूत प्रतिबंधों ने उन्हें समय के साथ कम कर दिया है. इस मामले में ईरान का तानाशाही रवैया है. उसकी परमाणु हथियारों के प्रति ललक हम सभी को धमकाती है. दूसरी तरफ, भारत के पास भी परमाणु क्षमता है, लेकिन वो व्यापक रूप से सम्मानित है. ये इस लिए कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है. भारत और अमेरिका एक अच्छी दोस्ती साझा करते हैं. निक्की हेली ने कहा, पीएम मोदी ने शांगरी ला डायलॉग में मुक्त और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपना विचार रखा था. ये विचार राष्ट्रपति ट्रंप को भी पसंद आया था. यह विचार महत्वाकांक्षी है लेकिन यथार्थवादी भी है.
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