नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप केस में सुप्रीम कोर्ट ने चारो अपराधियों की मौत की सजा को बरकरार रखा है. तबसे यह केस फिर से चर्चा में आ गया है. इस बार चर्चा का कारण है "इंडियाज डॉटर" नाम की एक डॉक्यूमेंट्री, जिसे विदेशी फिल्म मेकर लेसी उडविन ने बनाया था. इस डॉक्यूमेंट्री में दोषी मुकेश सिंह के कबूलनामे से इस मुद्दे पर फिर से बहस होना शुरू हो गई है.
इस डॉक्यूमेंट्री को बीबीसी पर प्रसारित किया गया था. दोषी मुकेश सिंह के इंटरव्यू ने उस समय सनसनी मचा दी थी. मुकेश ने कहा था, किसी रेप के लिए एक लड़के से अधिक लड़की जिम्मेदार होती है. ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती, इसके लिए 2 हाथ चाहिए. कोई शरीफ लड़की रात के 9 बजे घर से बाहर नहीं घूमती है. लड़किया घरो का काम करने के लिए बनी होती है न कि गलत कपड़े पहन कर डिस्को और बार में घूमने के लिए. जब हम उसका रेप कर रहे थे तब उसे हमे नहीं रोकना चाहिए था. चुपचाप जो हो रहा था, होने देना था. तब हम उसके साथ रेप करके उसे घर छोड़ देते. किसी रेपिस्ट को मौत की सजा देना लड़कियों के लिए और खतरनाक हो जाएगा.
दोषियों के एक वकील ए.पी. सिंह ने भी इसी तरह की मानसिकता का प्रदर्शन किया और कहा कि यदि मेरी बेटी या बहन शादी से पहले किसी के साथ सम्बन्ध बनाएगी तो मै खुद सबके सामने उस पर पेट्रोल डाल कर जला दूंगा. बता दे कि इस डॉक्यूमेंट्री पर भारत सरकार ने प्रसारण पर रोक लगा दी थी. इसे पहले यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया था किन्तु बाद में इसे हटा दिया गया था.
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