नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में हुए निर्भया रेप और हत्या के मामले में अपराधियों की मौत की सजा बरकरार रखी है. इस मामले में 6 दोषी थे, जिनमे 1 दोषी ने जेल में ही आत्महत्या कर ली. बचे चार को मौत की सजा और एक नाबालिग दोषी को जुवेनाइनल एक्ट के तहत तीन साल की सजा के बाद छोड़ दिया गया था. अब ये नाबालिक दोषी दक्षिण भारत में एक रेस्टोरेंट में कुक का काम कर रहा है.
अब इसकी उम्र 23 साल है. जिस होटल में वह काम करता है, वहां किसी को इस बारे में जानकारी नहीं कि वह किसी अपराध में शामिल रहा है. नाबालिग दोषी के पुनर्वास प्रक्रिया में शामिल एक अधिकारी ने इस बारे में बताया कि इसकी जान को हमेशा खतरा बना रहता है, इसी कारण इसकी पहचान छुपाई गई है. यह भी बता दे कि जिस शख्स ने उसे नौकरी पर रखा, उसे भी जूवेनाइनल के अतीत बारे में नहीं पता है.
बता दे कि सोशल मीडिया पर नाबालिग दोषी को भी फांसी दिए जाने की मांग होना शुरू हो गई है. लोगो का कहना है की निर्भया के साथ सबसे अधिक दरिंदगी करने वाला नाबालिग दोषी आराम से जिंदगी जी रहा है. उसे आसान जिंदगी जीने का हक़ नहीं है. उसे भी फांसी देना चाहिए.
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