पीएम मोदी ने भारत में लॉकडाउन 4 लागू करने के संकेत दिए है. इस कदम से अर्थव्यवस्था की गति धीमी पड़ सकती है. वही, बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योगों (MSME), सेक्टर को बिना किसी गारंटी के तीन लाख करोड़ रुपये का लोन देगी. उन्होंने कहा कि यह कॉलेट्रल फ्री लोन गारंटी योजना है. एमएसएमई के लिए 6 कदम उठाएंगे. वित्त मंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के बारे में कहा कि सभी पक्षों से बातचीत के बाद यह पैकेज तैयार हुआ है. सीतारमण ने कहा कि पैकेज में इंडस्ट्री का ध्यान रखा गया. उन्होंने कहा कि ग्रोथ में तेजी लाने के लिए यह पैकेज जरूरी था. उन्होंने कहा कि MSME को 4 साल के लिए लोन दिया जाएगा. सीतारमण ने कहा कि पहले एक साल में MSME कंपनियों को मूलधन लौटाने की जरूरत नहीं होगी.
अपने बयान में वित्त मंत्री ने कई बिंदु पर करें ऐलान
1.MSME के लिए 3 लाख करोड़ बिना गारंटी के लोन देंगे
2.कॉलेटरल फ्री लोन से 45 लाख MSME को फायदा होगा
3.MSME को 4 साल के लिए लोन दिया जाएगा
4.25 करोड़ तक लोन से 100 करोड़ टर्नओवर वालों को फायदा होगा
5.4 साल के लोन में मोरेटोरियम 12 महीने
6.3 लाख करोड़ में से 20 करोड़ NBFC के लिए
एमएसएमई के लिए 50000 करोड़ का फंड ऑफ फंड्स बनेगा
7.MSMEs के लिए 50 हजार करोड़ का फंड ऑफ़ फंड्स बनेगा
MSMEs की परिभाषा बदलेगी
अपने बयान में उन्होंने कहा कि 80 करोड़ गरीबों को 5-5 किलो चावल/अनाज बांटा गया. 8 करोड़ उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को तीन महीने मुफ्त सिलेंडर दिया का रहा है. गरीब कल्याण योजना के तहत जो घोषणाएं की गई थी, उन्हें पूरा किया जा रहा है.
लॉकडाउन में दम तोड़ता बनारस का पान कारोबार, अब तक झेल चुका करोड़ों का नुकसान
देश के दो सबसे बड़े बैंकों ने ग्राहकों को दिया झटका, FD पर घटाई ब्याज दर
आखिर क्यों 'पीएफ' की रकम मिलने में हो सकता है विलंब ?