नई दिल्ली : नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भी केजरीवाल के धरने का मामला उठा . कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर दिल्ली सरकार की समस्याओं के समाधान का अनुरोध किया .
बता दें कि इस मामले को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर बताया कि ने आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल के माननीय मुख्यमंत्रियों के साथ आज माननीय प्रधानमंत्री से दिल्ली सरकार की समस्याओं का तत्काल समाधान करने का अनुरोध किया है .जबकि दूसरी ओर एक ट्वीट को लेकर केजरीवाल की किरकिरी हो गई.
दरअसल हुआ यूँ कि केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के शामिल होने को लेकर एक ट्वीट में लिखा कि 'संविधान के किस नियम के तहत उपराज्यपाल को मुख्यमंत्री की जगह लेने की शक्ति दी है? मैंने उन्हें अपनी जगह मीटिंग में जाने की इजाजत नहीं दी थी. इसके कुछ देर बाद नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्वीट कर लिखा, 'यह पूरी तरह से गलत है. उपराज्यपाल अनिल बैजल नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं. इसके लिए नीति आयोग की ओर से बैठक में शामिल लोगों के नाम की लिस्ट तक जारी कर दी गई. जिस लिस्ट में अनिल बैजल का नाम नहीं है. इस तरह एक गलत ट्वीट से केजरीवाल फिर हंसी का पात्र बन गए .
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