नागपुर: 2019 लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 प्रदेशों की 91 सीटों पर मतदान होगा. इन लोकसभा सीटों में से एक सीट महाराष्ट्र के नागपुर की भी है. इस सीट से भाजपा-शिवसेना गठबंधन से भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का सीधा मुकाबला कांग्रेस के नाना पटोले के मध्य है. यह सीट इसलिए भी अहम् है क्योंकि इसी शहर से नितिन गडकरी के साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के भी आते हैं.
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इसलिए इस सीट पर जीत दर्ज करना अब भाजपा के लिए सम्मान का प्रश्न है. वहीं कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने भी इस लोकसभा सीट पर किसी भी तरह से कोई कमजोर उम्मीदवार नहीं उतारा है. गडकरी के विरुद्ध कांग्रेस के टिकट पर इस बार नाना पटोले को चुनावी रण में उतारा गया है. नाना पटोले ने वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की ही भंडारा-गोंदिया सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और उन्होंने एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल पटेल को मात दी थी. किन्तु 8 दिसंबर 2017 को नाना पटोले ने भाजपा छोड़ दी थी.
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11 जनवरी 2018 को नाना पटोले ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. वर्ष 2009 में नाना पटोले महाराष्ट्र की सकोली सीट से भाजपा के MLA रहे हैं. 25 मार्च को नामांकन दायर करने के बाद गडकरी ने दावा किया है कि वे इस बार अधिक बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे. विशेषज्ञों की मानें तो नागपुर लोकसभा सीट पर नाना पटोले और गडकरी के मध्य होने वाले मुकाबले में दलित वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
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