नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के एत्मादपुर थानाक्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार तड़के हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 29 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका उपचार अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। यह मामला सोमवार को लोकसभा में भी उठा, जिसका उत्तर स्वयं केंद्रीय सड़क एंव परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिया। राज्यसभा में नितिन गडकरी ने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
गडकरी ने बताया कि यह हाईवे उत्तर प्रदेश सरकार ने बनाया है। इसका भारत सरकार से कोई लेना देना नहीं है। इस हाईवे को नोएडा अथॉरिटी नियंत्रित करती है। नोएडा अथॉरिटी के लोगों से वार्ता हुई है। यह सीमेंट कंक्रीट का हाईवे है। 2016 में 1525 हादसे हुए थे, जिसमें 133 लोगों की मौत हुई थी। वर्ष 2017 में 146 और 2018 में 111 लोगों की मौत हुई। आज की घटना के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम से वार्ता हुई है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि बातें संज्ञान में आई हैं। हमारे यहां जो टायर्स बनते हैं। उनकी क्वालिटी क्या है। इसकी जानकारी हमारे पास मौजूद नहीं थी। अमेरिका में, पाश्चात्य देशों में रबर में सिलिकॉन भरा जाता है। रबर में सिलिकॉन के साथ ही नाइट्रोजन भी भरा जाना चाहिए। दोनों बातों को लागू करने पर हम ध्यान दे रहे हैं। आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे पर आए दिन हादसे होते रहते हैं, जिसके चलते सरकार और प्रबंधन पर सवाल उठते हैं।
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