गुजरात : इन दिनों गुजरात सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. करीब एक माह से विभिन्न सोशल मीडिया में यह चर्चा चल रही है कि गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल चुनाव के बाद बगावत की तैयारी में थे.इस मामले ने राजनीतिक गहमागहमी बढ़ा दी है. हालाँकि नितिन पटेल ने इसे अफवाह बताते हुए उनकी छवि ख़राब करने की कोशिश बताया है .
बता दें कि बीजेपी में बगावत की बातें बढ़ते देख नितिन पटेल ने गत सप्ताह स्पष्ट किया था कि कुछ लोग निहित स्वार्थों के कारण इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं. उन्होंने 20 विधायकों के समर्थन की खबरों को भी झूठा बताया .उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर मेरे बारे में ऐसे पोस्ट देखे जा रहे हैं. ये बातें मेरी छवि को धूमिल करने और मेरी विश्वसनीयता खराब करने के लिए फैलाई जा रही हैं. उन्होंने इन दुर्भावनापूर्ण अफवाहों से बचने की अपील की . यह अफवाहें न रुकने पर पुलिस में शिकायत करने की भी बात कही .
उल्लेखनीय है कि इस ट्वीट के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जीतू वघानी ने तुरंत ही रिट्वीट कर कहा कि नितिनभाई पटेल के बारे में कुछ लोग मीडिया में झूठी खबरें फैला रहे हैं. बीजेपी इनके निहित स्वार्थों से वाकिफ है. नितिन भाई पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं.उनके बारे में बीजेपी इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं करेगी.यह निंदनीय है. यही नहीं हाल ही में पार्टी ने 2019 के चुनावी प्रबंधन के लिए 11 सदस्यीय एक समिति गठित की, जिसमें नितिन पटेल का नाम प्रमुखता से लिया गया है .यह गुजरात की 26 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देगी. जबकि राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार नितिन पटेल का अब पार्टी में भविष्य उज्जवल नहीं है .लोक सभा चुनाव के बाद बदलाव दिखेंगे.
यह भी देखें
रावण ने नहीं राम ने किया था सीता का अपहरण
गुजरात में 12 हवसीयों ने लूटी महिला की आबरू