पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के सेना पर दिए बयान के बचाव में खड़े हो गए है. पटना में मीडिया से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि अगर कोई संगठन सीमा की रक्षा के लिए तत्पर है, तो मैं नहीं समझता हूं कि इस मुद्दे पर विवाद होना चाहिए. एक समय संघ के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले नीतीश का संघ प्रमुख के समर्थन में बयान देना इसलिए आश्चर्य का विषय भी है.
नीतीश उन नेताओं में से एक रहे हैं, जो 'संघ मुक्त भारत' का नारा जोर-शोर से लगाते हुए नज़र आए हैं. हालांकि, राजद का साथ छोड़ एक बार फिर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही नीतीश के रुख में थोड़ी नरमी आई है. बिहार प्रवास पर RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को पटना के शाखा मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह लगातार बिहार दौरे पर इसलिए आ रहे हैं ताकि प्रदेश में संगठन मजबूत हो और उसका विस्तार किया जा सके.
बता दें कि रविवार को बिहार के मुज्जफरपुर में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि देश को अगर हमारी जरूरत पड़े और हमारा संविधान और कानून इजाजत दे हम तुरंत तैयार हो जाएंगे. स्वयंसेवकों की कुव्वत का बखान करते हुए संघ प्रमुख ये भी कह गए कि सेना को तैयार होने में 6-7 महीने लग जाएंगे, लेकिन हम दो से तीन दिन में ही तैयार हो जाएंगे, क्योंकि हमारा अनुशासन ही ऐसा है.
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