पटना: हाल में मिली जानकारी में पता चला है कि विधायक दल की बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. नितीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात करने के बाद अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. नितीश कुमार ने अपने इस्तीफे के बाद कहा कि हमने गठबंधन धर्म का पालन किया है. हमने सदैव जनता के हित में काम किया. जहा तक हो सका हमने सब सहन किया, किन्तु जब असहनीय हो गया तो इस्तीफा देना पड़ा.
नितीश कुमार ने कहा कि हर बात को लेकर मुझे घेरा जा रहा था. देश हित में हुई नोटबंदी का समर्थन किया तो उसके बाद लोगो द्वारा बहुत कुछ सुनना पड़ा बहुत कुछ झेलना पड़ा. राष्ट्रपति चुनाव में श्री रामनथ कोविंद जी का समर्थन करने पर भी मुझे रोकने की कोशिश की गयी. किन्तु मेने बिहार के राज्यपाल तथा एक अच्छी छवि होने के नाते रामनाथ कोविंद जी का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि हमारी बात लालू प्रसाद यादव व तेजस्वी यादव से भी हुई किन्तु उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई नहीं दी. ऐसे में काम करना मुश्किल हो गया था. उन्होंने कहा कि हमने बिहार के विकास के लिए जहा तक हुआ काम किया. महागठबंधन को लेकर राहुल गांधी और पार्टी के ने नेताओ से भी बात की गयी जिसमे कोई सार नजर नहीं आया. जिससे अब काम करना असहनीय हो गया था, ऐसे में इस्तीफा देना पड़ा.
बता दे कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव व उनके पुरे परिवार पर बेनामी संपत्ति का आरोप है, जिसमे लालू के पुत्र व बिहार केउपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी बेनामी संपत्ति तथा भ्रष्टाचार के आरोप है. तेजस्वी से सीबीआई द्वारा कई घंटो तक पूछताछ भी की गयी थी. जिस पर नितीश कुमार की पार्टी द्वारा तेजस्वी से इस्तीफे की मांग की गयी थी किन्तु तेजस्वी यादव व उनकी पार्टी ने इस्तीफा देने से मना कर दिया था. ऐसे में अब नितीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.
टूटा बिहार का महागठबंधन: नितीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा
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