पटना: शुक्रवार को जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोला। प्रशांत किशोर ने मीडिया से चर्चा में बताया- मैं लिखकर देता हूं कि कल जरूरत पड़ेगी तो नीतीश कुमार फिर से भाजपा के साथ चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह बस मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं। वह सुबह में इस्तीफा देंगे तथा शाम में फिर सरकार बना लेंगे। यही उनका नाटक चलता रहता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि वह सिर्फ सीएम बने रहें। वह फेविकोल लगा कर सीएम की कुर्सी पर बैठ गए हैं।
शुक्रवार को प्रशांत किशोर ने 100 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी की। उन्होंने 2 अक्टूबर को पदयात्रा आरम्भ की थी। उनका लक्ष्य है कि डेढ़ वर्ष के भीतर पूरे बिहार में लगभग साढे 3000 किलोमीटर से भी अधिक की पदयात्रा करेंगे। इसके माध्यम से वह लोगों की बुनियादी समस्याओं को जानने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि बिहार में सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने वादा किया था कि 20 लाख व्यक्तियों को रोजगार दे देंगे। मैंने ऐलान किया है कि यदि नीतीश 10 लाख सरकारी नौकरी भी दे देंगे तो मैं पदयात्रा वापस कर लूंगा तथा उनका झंडा उठाकर घूमेंगे। मैं बिहार में खूंटा गाड़ कर बैठा हूं। यदि 10 लाख व्यक्तियों को नौकरी नहीं मिली तो एक वर्ष के भीतर ऐसा आंदोलन खड़ा करूंगा कि सरकार को एक दिन भी चलाना मुश्किल हो जाएगा। प्रशांत किशोर ने आगे बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का सबसे बड़ा फैलियर यह है कि पढ़े-लिखे व्यक्ति होने के बाद भी बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। उन्होंने कहा कि बिहार के विद्यालय में खिचड़ी बट रहा है एवं कॉलेज में डिग्री बट रहा है। वहीं तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी लालू यादव के लड़के हैं, इससे अधिक उनके पास कोई क्वालिफिकेशन नहीं है। तेजस्वी यादव 10वीं फेल है तथा सीएम बनना चाह रहे हैं।
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