वाशिंगटन: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने दुनिया के तौर तरीके पूरी तरह से बदल कर रख दिए हैं. प्रतिवर्ष सितंबर के महीने में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की महासभा का इस बार होना मुश्किल नज़र आ रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव का कहना है कि इस वर्ष विश्व के नेताओं का महासभा के लिए आना नामुमकिन है, ऐसा 75 साल में पहली दफा होगा.
यूनाइटेड नेशंस के तिजानी मुहम्मद ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि 193 राष्ट्रों के नेता अपना संबोधन UN को अवश्य देंगे. लेकिन इस बार उनका न्यूयॉर्क आकर महासभा में हिस्सा लेना कठिन लग रहा है.उन्होंने कहा कि एक राष्ट्रपति या एक नेता कभी अकेला नहीं चलता है और कोरोना संकट की इस घड़ी में पूरे डेलिगेशन के साथ न्यूयॉर्क आना अभी संभव नहीं है. देखते हैं आगे क्या होगा, किन्तु अब तक जो होता आया है वैसा तो होता हुआ नज़र नहीं आ रहा है. बता दें कि इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र को अपने गठन का 75वें वर्ष का जश्न मनाना था, इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने नेताओं से आग्रह किया है कि वो सभी लोग अपना रिकॉर्डेड मैसेज भेज सकते हैं.
दूसरी तरफ तिजानी मुहम्मद ने कहा कि यूनाइटेड नेशंस में हम सिर्फ कुछ सौ लोगों को एंट्री दे सकते हैं. सामान्य स्थिति में ये संख्या हजारों में होती है. इस वर्ष लोगों को उम्मीद थी कि अधिक लोग आएंगे, क्योंकि जश्न बड़ा होने वाला था.
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