आज के इस वर्तमान युग में बढ़ती जा रही कोरोना की मार से आज ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जो परेशान न हो. इस वायरस का कहर इत्तना बढ़ चुका है कि हर दिन इसकी चपेट में सैंकड़ों लोग आ रहे है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने स्वीकार किया कि विश्व भर में फैले घातक कोरोना वायरस को देखते हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए कोई ‘आदर्श’ समाधान नहीं है. आईओसी प्रवक्ता ने कहा,‘यह एक असाधारण स्थिति है जिसके लिए असाधारण समाधान की जरूरत होती है.’
आईओसी ने यह बयान तब दिया है जबकि शीर्ष खिलाड़ियों ने आलोचना की थी कि कोविड-19 महामारी फैलने के बावजूद अगर 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच होने वाले ओलंपिक खेलों का आयोजन होता है तो यह उन्हें स्वास्थ्य जोखिम लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. प्रवक्ता ने कहा,‘आईओसी प्रतियोगिता की अखंडता और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ऐसा समाधान ढूंढने के लिए प्रतिबद्ध है जिसका खिलाड़ियों पर कम से कम नकारात्मक असर पड़े. इस स्थिति में कोई भी समाधान आदर्श नहीं होगा.
यही वजह है कि हम खिलाड़ियों की जिम्मेदारी और एकजुटता को महत्व दे रहे हैं.’ इससे पहले ओलंपिक पोल वॉल्ट चैंपियन कैटरीना स्टेफेनिडी ट्वीट किया,‘क्या आईओसी चाहता है कि हम हर दिन अभ्यास करके अपने स्वास्थ्य, परिवार के स्वास्थ्य और आम लोगों के स्वास्थ्य को जोखिम में डालें.’
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