भुवनेश्वर: ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि जब उन्होंने राज्य की कमान संभाली थी, तब 70 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही थी और अपने 24 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने इसे घटाकर 10 प्रतिशत पर ला दिया। अपनी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजद राज्य के लिए काम करना जारी रखेगी।
उन्होंने विधायकों से कहा कि, "जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना था, तब ओडिशा के 70 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे रह रहे थे। अब केवल 10 प्रतिशत लोग ही इससे नीचे हैं। कृषि और सिंचाई क्षेत्रों तथा महिला सशक्तीकरण में हमारे प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। हमें किसी बात पर शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है।" बीजद के भी प्रमुख पटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी पिछले 24 वर्षों से ओडिशा के लोगों की सेवा कर रही है और राज्य के लिए काम करना जारी रखेगी।
इससे पहले, विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की हार के बाद पटनायक ने राज्यपाल रघुबर दास को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। ओडिशा में भाजपा ने 147 विधानसभा सीटों में से 78 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की, जबकि बीजेडी को 51 सीटें मिलीं। कांग्रेस को 14 और सीपीएम को एक सीट मिली, जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए। मंगलवार को नतीजे घोषित किए गए। पटनायक के इस्तीफे से ओडिशा की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है। उन्होंने 5 मार्च 2000 को पहली बार ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और तब से वे चार बार फिर से चुने गए। सुबह पटनायक से मुलाकात करने वाले बीजद विधायक अरुण साहू ने कहा, "नवीन पटनायक का दिल बड़ा है। उन्होंने हमें राज्य के लोगों की सेवा करने के लिए कहा है। हम उनके आभारी हैं।"
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