नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस के दौरे के बाद शनिवार सुबह कर्नाटक के बेंगलुरु पहुंचे। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने चंद्रमा मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने इसरो प्रमुख एस। सोमनाथ के साथ बैठक की और मिशन की प्रक्रिया के बारे में जाना। वही इस दौरान वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ अहम घोषणाएं भी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि चांद की जिस सतह पर चंद्रयान 3 की विक्रम लैंडर उतरा है, उसका नाम अब शिव शक्ति होगा। प्रधानमंत्री मोदी के इसी घोषणा से कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि हम उस लैंडिंग प्वाइंट के मालिक नहीं हैं जो नाम रख दें।
अपने एक इंटरव्यू में राशिद अल्वी ने कहा, 'नरेंद्र मोदी जी को यह अधिकार किसने दिया कि वो चंद्रमा की सतह का नाम रखें? यह हास्यासपद है। इस नामकरण के पश्चात् पूरा विश्व हम पर हंसेगा। चंद्रमा के उस जगह पर लैंडिंग हुई है यह बहुत अच्छी बात है तथा इस पर हमें गर्व है जिस पर किसी को शक नहीं होना चाहिए। मगर हम चंद्रमा के मालिक नहीं हैं, उस लैंडिंग प्वाइंट के मालिक नहीं हैं। ऐसा करना बीजेपी की आदत रही है। जब से वो सत्ता में आए हैं नाम बदलना उनकी आदत रही है।' जब उनसे पूछा गया कि यूपीए शासन के चलते जहां चंद्रयान 1 की लैंडिंग हुई थी तो उसका नाम जवाहर प्वाइंट रखा गया था, मगर भाजपा कह रही है कि प्रधानमंत्री ने इस लैंडिंग प्वाइंट का नाम तो अटल बिहारी बाजपेयी या अपने नाम पर नहीं रखा। आपकी सरकार ने जवाहर प्वाइंट नाम रखा था। इसका जवाब देते हुए राशि अल्वी ने कहा, 'जवाहर नेहरू की तुलना आप नहीं कर सकते हैं। आज इसरो जो भी है वो पंडित जवाहर लाल नेहरू की बदौलत है।1962 में पंडित नेहरू एवं विक्रम साराभाई ने इसरो की नींव रखी थी। आप कह सकते हैं कि पंडित नेहरू इसके फाउंडर थे। वो बिल्कुल अलग बात थी, किन्तु मोदी जी इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं।'
वही इससे पहले भाजपा ने शिवशक्ति नाम रखने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री के लिए देश पहले आता है जबकि कांग्रेस के लिए परिवार पहले आता है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यदि UPA होती तो इसका नाम गांधी परिवार के नाम पर हो जाता तथा उन्होंने चांद पर इंदिरा प्वॉइंट और राजीव प्वॉइंट के नाम की घोषणा की होती। उन्होंने कहा कि चंद्रयान 1 की जहां लैंडिंग हुई थी कांग्रेस सरकार ने उसका नाम जवाहर प्वाइंट रख दिया। इससे पहले बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम वहां पहुंचे जहां कोई नहीं पहुंचा था। हमने वो किया जो पहले कभी किसी ने नहीं किया। मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वह दिन, वह एक-एक सेकंड बार-बार घूम रहा है। जब टच डाउन कंफर्म हुआ तो जिस प्रकार यहां ISRO सेंटर में, पूरे देश में लोग उछल पड़े, वह नजारा कौन भूल सकता है। कुछ स्मृतियां अमर हो जाती हैं। वह पल अमर हो गया। चंद्रमा के जिस हिस्से पर हमारा चंद्रयान उतरा है, भारत ने उस स्थान के भी नामकरण का फैसला लिया है। जिस स्थान पर चंद्रयान-3 का मून लैंडर उतरा है, अब उस पॉइंट को 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा।'
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