बैंकाक : बैडमिंटन की वैश्विक संचालन संस्था ने बैडमिंटन के नियमों के बदलाव पर विचार करना चाहता था , लेकिन खिलाड़ियों आैर महासंघों की नाराजगी को देखते हुए उसने यह विचार त्याग दिया है .
बता दें कि विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) बैडमिंटन के खेल को छोटा करने के लिए नियमों का बदलना चाहता था . यह इसलिए किया जा रहा था ताकि खेल के प्रति अधिक प्रशंसक आकर्षित हो सकें , जो कि एशिया में पहले ही लोक प्रिय है .लेकिन खिलाड़ियों आैर महासंघों ने इस प्रस्तावित बदलाव को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट की थी.
उल्लेखनीय है कि नए नियमों के तहत नये प्रस्ताव में खिलाडिय़ों को मौजूदा बेस्ट आफ थ्री के 21 अंक के गेम की जगह 11 अंक के बेस्ट आफ फाइव गेम में खेलना था.लेकिन बीडब्ल्यूएफ ने इसे पारित नहीं किया.आधिकारिक फेसबुक पेज में यह जानकारी देते हुए विश्व बैडमिंटन महासंघ ने लिखा कि बैडमिंटन 21 अंक के तीन गेम की स्कोरिंग प्रणाली में ही खेला जाता रहेगा.इस प्रस्ताव के पक्ष में 129 और विपक्ष में 123 वोट पड़े. इसलिए बैडमिंटन पूर्वत नियमों से ही खेला जाएगा. इस फैसले से न केवल खिलाडी बल्कि बैडमिंटन महासंघों ने भी राहत की साँस ली है. इस खेल को छोटा करने से इसके मूल खेल में जबरदस्त बदलाव आ जाता.
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